ध्यानचंद पुरस्कार: जीवन भर की खेल उपलब्धियों का सम्मान।
ध्यानचंद पुरस्कार, जिसे 2002 में स्थापित किया गया था, भारतीय खेलों में दीर्घकालिक योगदान देने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए दिया जाता है। यह पुरस्कार उन खिलाड़ियों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने अपने "सक्रिय खेल जीवन" (active sports career) के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन किया हो और सेवानिवृत्ति के बाद भी खेल के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देते रहें।
इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के तहत 5 लाख रुपये की नकद राशि दी जाती है।
इसका उद्देश्य खेल जगत के दिग्गज खिलाड़ियों के प्रयासों और योगदान को मान्यता देना है, जो खेल के प्रति अपने जुनून और समर्पण को जारी रखते हैं, भले ही वे प्रतिस्पर्धी खेलों से संन्यास ले चुके हों।
प्रत्येक वर्ष, इस पुरस्कार से अधिकतम तीन खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाता है, जो विभिन्न खेलों में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे चुके होते हैं।
ध्यानचंद पुरस्कार न केवल खिलाड़ियों की व्यक्तिगत उपलब्धियों को पहचानता है, बल्कि भारत में खेलों के प्रति दीर्घकालिक प्रतिबद्धता और समर्पण को भी प्रेरित करता है।।