औद्योगिक क्रांति। Industrial Revolution.
औद्योगिक क्रांति मानव इतिहास का एक महत्वपूर्ण मोड़ था, जिसकी शुरुआत इंग्लैंड से हुई। 18वीं सदी के मध्य में शुरू हुई इस क्रांति ने पूरी दुनिया के उद्योग और व्यापार को बदल दिया। इंग्लैंड के पास कच्चे माल और पूंजी की प्रचुरता थी, जो उसे औद्योगिक विकास में अग्रणी बनाने में मददगार साबित हुई।
औद्योगिक क्रांति की शुरुआत इंग्लैंड के सूती कपड़ा उद्योग से हुई। इस क्रांति ने न केवल उत्पादन की गति को बढ़ाया, बल्कि मानव जीवन के हर क्षेत्र पर गहरा प्रभाव डाला।
पहली बार पक्की सड़कों के निर्माण का तरीका स्कॉटलैंड के मैकेडम ने निकाला, जिसने परिवहन के साधनों को मजबूत बनाया।
1761 में ब्रिंडले नामक इंजीनियर ने मैनचेस्टर से वर्सले तक एक नहर का निर्माण किया, जिससे जल परिवहन को बढ़ावा मिला।
1814 में जॉर्ज स्टीफेंसन ने रेलमार्ग का आविष्कार किया, जिससे खानों से कोयला बंदरगाहों तक पहुंचाना आसान हो गया। यह औद्योगिक क्रांति का एक बड़ा कदम था, जिसने परिवहन को तेज और सस्ता बना दिया।
इस क्रांति की दौड़ में जर्मनी इंग्लैंड का प्रमुख प्रतिद्वंद्वी था, खासकर जब हम्फ्री डेवी ने 1815 में सेफ्टी लैम्प का आविष्कार किया, जिससे खनिकों के काम में सुरक्षा सुनिश्चित हुई।
1814 में जॉर्ज स्टीफेंसन ने रेलमार्ग का आविष्कार किया, जिससे खानों से कोयला बंदरगाहों तक पहुंचाना आसान हो गया। यह औद्योगिक क्रांति का एक बड़ा कदम था, जिसने परिवहन को तेज और सस्ता बना दिया।
इस क्रांति की दौड़ में जर्मनी इंग्लैंड का प्रमुख प्रतिद्वंद्वी था, खासकर जब हम्फ्री डेवी ने 1815 में सेफ्टी लैम्प का आविष्कार किया, जिससे खनिकों के काम में सुरक्षा सुनिश्चित हुई।।